ये बिजलियाँ क्या सितम कर गईं
जो दूरियाँ थीं, ख़त्म कर गईं
बूंदों से है ये शिकायत मुझे
पूछे बिना क्यों तुम्हें छू गईं
है असर दिखाया वो
बादलों की साज़िश ने
ख़्वाब सच हुए हैं सारे
ख़्वाहिशों के सावन में
भीगने लगे हैं दोनों
बारिशों के मौसम में
आग सी लगी देखो
आज मेरी धड़कन में
भीगने लगे हैं दोनों
बारिशों के मौसम में
भीगने लगे हैं दोनों
बारिशों के मौसम में
(हम्म...) बेक़रार दिल को मेरे
अब क़रार आया है
बेहिसाब प्यार तुम पे
पहली बार आया है
खो के खुद को इस मौसम में
मैंने तुम्हें पाया है
याद तुम्हें रखा है बस
ये जहाँ भुलाया है
ख़ुशबुएँ तुम्हारी देखो
घुल गई हैं साँसों में
ख़्वाब सच हुए हैं सारे
ख़्वाहिशों के सावन में
भीगने लगे हैं दोनों
बारिशों के मौसम में
हो आग सी लगी देखो
आज मेरी धड़कन में
भीगने लगे हैं दोनों
बारिशों के मौसम में
भीगने लगे हैं दोनों
बारिशों के मौसम में