मैं १९६० के दशक में, उन टीवी विज्ञापनों को देख कर बड़ी हुई जिसमे अफ्रीका के भूख से मर रहे बच्चे, कैमरे में ,उदास आँखों और सूझे हुए पेट के साथ दिखते हैं। और छठी कक्षा में, मेरे उल्लास क्लब के शिक्षक, श्री कॉलिन्स, ने हमें इस गीत के शब्दों को बदलने बोला जो हम गा रहे थे - (गायन) “तीन अरब दुनिया में लोग" - से "चार अरब दुनिया में लोग। " और मैं चौंक गयी थी। मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि जनसंख्या इतनी बड़ी थी। और मैं और भी ज्यादा चौंकी क्योंकि क्लास में और कोई भी इस तथ्य से परेशान नहीं था। कुछ दिनों के बाद, मैंने अपनी दोस्त सूज़ी हॉलैंडर से कहा क्योंकि ऐसा लग रहा कि दुनिया में बहुत सारे लोग हैं संभालने के लिए इसलिए मैं बच्चे पैदा नहीं करुँगी। और उसने मेरी ओर देखा और उत्तर दिया कि वह तीन बच्चे पैदा करेगी। और मुझे अपने विश्वासों में बहुत अकेला महसूस हुआ। और ३७ साल बाद, मैं अभी भी अपने विश्वासों में बहुत अकेला महसूस करती हूँ, और मैं अभी भी हैरान हूं कि ज्यादा लोग जनसंख्या वृद्धि से परेशान नहीं हैं। और ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रजाति के रूप में, हमने इस बारे में बात ना करने, दूर करने का फैसला किया है। तो मैं इसके बारे में बात करने आई हूँ। आधुनिक मनुष्य इस दुनिया में २००,००० साल पहले आया था। और १८५० तक, हमने इतना सफलतापूर्वक पुन: पेश किया, कि ग्रह पर १ अरब लोग हो गए। इसका मतलब है कि हमे २००,००० साल लग गए पृथ्वी पर पहले अरब लोगों को लाने में। अगले अरब लोग १०० साल में आ गए। २००,००० साल पहले अरब को लाने में; १०० साल दूसरे अरब को लाने में; अब, हम हर १२ साल में, ग्रह पर १ अरब जोड़ते हैं। और २०११ में, दुनिया की आबादी ७ अरब तक पहुँच गयी। अब, यह वृद्धि में उछाल कृषि और चिकित्सा में सुधार की वजह से आया क्योंकि एक प्रजाति के रूप में, हम एक जैविक सफलता की कहानी हैं। योग्यतम की उत्तरजीविता - हम बच गए! और हम धार्मिक सफलता की कहानी भी हैं: हम आगे बढ़ चुके हैं और वो भी कई गुना। (हँसी) लेकिन अब हमें रुकना होगा, वरना ये हमारा पतन होगा। आपको सिर्फ जानकरी देने के लिए कि जनसंख्या कितनी तेजी से बढ़ती है: बांग्लादेश में एक तूफान आया था जिसमें १३९,००० लोग मर गए थे। बांग्लादेश को कितना समय लगा उन मृत्यु को १३९,००० नए जन्म से बदलने में? ढाई सप्ताह। अब, दुनिया की आबादी साल में सिर्फ १% बढ़ रही है, जो बहुत ज्यादा नहीं लगता है, लेकिन सात अरब का १% वास्तव में एक बड़ी संख्या है। इसका मतलब है कि हर दिन हम ग्रह में २२०,००० लोगों को जोड़ते हैं - हर दिन। और ये अस्थिर है, जिसका अर्थ है कि किसी समय में, दुनिया की आबादी बढ़ने से रुक जायेगी। सवाल है कि कैसे? क्या अकाल, रोग या संसाधनों पर युद्ध के कारण ये बढ़ना बंद हो जाएगी? या फिर लोगों के छोटे परिवारों का चयन करने से ये बढ़ना बंद हो जाएगी? और "छोटे परिवारों," से मेरा मतलब एक-बाल परिवारों से है। यहीं से लोगों को घबराहट होने लगती है अत्याधिक आबादी और जनसंख्या के मुद्दे पर बात करना क्योंकि वे डरते हैं कि बच्चे पैदा करने के उनके अधिकार को मैं दूर ले जाउंगी। लेकिन मैं लोगों के अधिकार नहीं छीनना चाहती; मैं लोगों को अधिकार देना चाहती हूं। लोगों को मजबूरन कम बच्चे पैदा करना बोलने से काम नहीं होगा। असल में, विश्व की जनसंख्या को स्थिर करने का सबसे तेज और कुशल तरीका है लड़कियों को स्कूल भेजना और महिलाओं को सशक्त बनाना और सभी को जन्म नियंत्रण पर शिक्षा प्रदान करना। और ये अच्छी चीजें हैं। और एक संस्कृति के रूप में, हमें एक बच्चा परिवार के लाभों पर जोर देने की आवश्यकता है ताकि लोग कम बच्चे पैदा करना पसंद करें। क्योंकि हजारों सालों से, हमें इस नैतिकता के साथ जोड़ा गया है कि बड़े परिवार खुशहाल परिवार हैं और एक बच्चा, अकेला बच्चा होता है। मेरे और मेरे पति, इयान, जैसे जोड़े, जिन लोगों ने बच्चे ना होने का चुनाव किया, वे बाल-मुक्त होने के बजाय बाल-बिना थे। और खुद, कई बार, मेरे संतान न होना के निर्णय के कारण मुझ पर स्वार्थी होने का आरोप लगाया गया है। और ये सब तब समझ में आया जब जनमाना हमारे अतिजीवन के लिए महत्वपूर्ण था। पर अब? अब हमारे अतिजीवन के लिए, जनमाना नहीं है। और हमें बदलना होगा, नए तार लगाना होगा हमारी जीव विज्ञान और हमारी संस्कृति के एक बच्चा परिवार के लाभों को पहचानने के लिए क्योंकि अभी हम ज्यादातर नकारात्मक देखते हैं। उदाहरण के लिए, जब किसी देश की आबादी गिरती है, तो सब आर्थिक प्रलय और मीडिया में निराशा रहती है क्योंकि पूंजीवाद अनन्त विकास पर आधारित है। पूंजीवाद,अधिक से अधिक उपभोक्ताओं पर निर्भर करता है। तो हाँ - जब जनसंख्या कम होगी, तो अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा। लेकिन इसका नुकसान कम होगा तेल, खाना और पानी ना होने के मुकाबले क्योंकि इस ग्रह पर, 40 साल में, १० अरब लोग होंगे, जो संयुक्त राष्ट्र की परियोजना है। अब, आप सोच रहे होंगे, “ठीक है, यह जनसंख्या मुद्दा तकलीफदेह लगता है। लेकिन हमें बच्चे होने चाहिए। हम स्मार्ट हैं और हम शिक्षित हैं और हम TED टॉक्स सुनते हैं और हम बच्चे पालने की क्षमता रखते हैं और हमारे वंश दुनिया को बचा सकते हैं! " मेरी माँ भी कहती हैं, "ओह एलेक्जेंड्रा, तुम इतनी अच्छी माँ बनोगी! और तुम्हारे बच्चे, वे अद्भुत होंगे! " और वे अद्भुत हो सकते हैं, लेकिन वे हानिकारक भी होंगे क्योंकि उत्तर अमेरिकी ३२ गुना संसाधनों का उपयोग करते हैं विकासशील देश के किसी व्यक्ति की तुलना में इसलिए ये और भी महत्वपूर्ण है कि हमारे परिवार छोटे हों। उदाहरण के लिए, अमेरिका में कोई व्यक्ति,औसतन, एक दिन में १७६ गैलन पानी का उपयोग करता है अफ्रीका के औसत व्यक्ति की तुलना में जो केवल 5 गैलन का उपयोग करता है। और यह सिर्फ गरीब देश की तुलना में नहीं है। हम यहां अमेरिका में, दो गुनी ऊर्जा का उपयोग करते हैं फ्रांस या इंग्लैंड या जापान की तुलना में। बहुत सारे देश हैं जहाँ प्रजनन दर उच्च है, अमेरिका की तुलना में लेकिन हम सभी को एक-बच्चा परिवार की ख्वाहिश रखनी चाहिए, विशेष रूप से यहाँ रहने वालों को। शायद आप सोच रहे हों, "ठीक है, चिंता मत करो, एलेक्जेंड्रा - टैकनोलजी हमें बचाएगी। ” हां, ये संभव है कि हम सक्षम हो सकें कुछ और वर्ष निकालने के कुछ नए आविष्कार या तकनीक की वजह से। लेकिन अंत में, भले ही हम १४ अरब लोगों को खाना और छत दे पाए, उनका जीवन कैसा होगा? आबादी को किसी तो बिंदु पर पहुँच कर बढ़ने से रोकना होगा, तो अभी क्यों नहीं इसके बजाए कि कोई आविष्कार या तकनीक हमें बचाएगी, जो अभी तक अस्तित्व में नहीं है और हमे पता नहीं कि वह काम करेगी या नहीं? इसलिए सभी के जीवन की गुणवत्ता के लिए, पृथ्वी पर मनुष्यों की संख्या को नीचे जाने की जरूरत है। और मेरा मानना ​​है कि इसे २ अरब लोगों से नीचे जाने की जरूरत है जो कट्टरपंथी लगता है क्योंकि इस समय ग्रह पर ७ अरब लोग हैं। लेकिन वास्तव में ये दुनिया की ८० साल पहले की आबादी है। तो चलिए, अपना विचार बदलते हैं कि आदर्श परिवार कैसा दिखता है - एक, एक सुंदर संख्या है। और अत्याधिक आबादी के बारे में बात करने से डरें नहीं। क्योंकि ये लोगों से अधिकार छीनने के बारे में नहीं है; ये महिलाओं,बच्चों,और आने वाली पीढ़ियों को अवसर देने के बारे में है। और अंत में, चलिए समाधान का हिस्सा बनें और अब से, चुनें, एक से अधिक बच्चे पैदा ना करने का। धन्यवाद। (तालियां)