इतिहास के पहले साम्राज्य का उदय और पतन - सोराया फील्ड फ़्लोरिओ
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0:08 - 0:13इतिहास का पहला राज्य
एक सूखे रेगिस्तान से उभरा -
0:13 - 0:19जहां बारिश के बिना फसलें नहीं उगती थी
न इमारतें बनाने को पेड़ और पत्थर थे. -
0:19 - 0:24इस सब के बावजूद यहाँ के नागरिकों ने
विश्व के सबसे पहले शहर की स्थापना की -
0:24 - 0:28इस शहर में भव्य वास्तु कला थी
और बहुत बड़ी लोकसंख्या थी. -
0:28 - 0:33ये शहर पूरी तरह से मिट्टी का बना था.
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0:33 - 0:36सुमेर इराक के दक्षिणी भाग में स्थित था.
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0:36 - 0:39उस भाग को मेसोपोटामिया कहते हैं.
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0:39 - 0:42मेसोपोटामिया का अर्थ है
दो नदियों के बीच में -
0:42 - 0:45टिगरिस और यूफ्रेटीज
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0:45 - 0:525000 इसा पूर्व में सुमेर वासी सिंचाई,
बांध और जलाशय बना रहे थे, -
0:52 - 0:58ताकि पानी का पुनर्निर्देशन करके
सुखी ज़मीन तक पहुंचाया जा सके -
0:58 - 1:03इस तरह के कृषि समुदाय
धीरे धीरे सब जगह उभर रहे थे. -
1:03 - 1:07पर सुमेर वासी पहले थे
जिन्होंने अगला कदम उठाया -
1:07 - 1:09नदी की मिट्टी से बनी ईटों से
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1:09 - 1:13उन्होंने बहु मंजिला घर और मंदिर बनाये.
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1:13 - 1:15पहिये का अविष्कार किया
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1:15 - 1:20कुम्हार का चाक जिससे मिटटी के
घरेलु सामान और हथियार बनाये. -
1:20 - 1:24इन्ही ईटों से दुनिया
का पहला शहर बनाया गया. -
1:24 - 1:284500 इसा पूर्व में
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1:28 - 1:32शहर की सामाजिक सिढ़ी में
सबसे ऊपर थे पुजारी -
1:32 - 1:34उन्हें कुलीन माना जाता था.
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1:34 - 1:40फिर आते थे व्यापारी, कलाकार और किसान
और आखिर में आते थे ग़ुलाम -
1:40 - 1:44सुमेर साम्राज्य में कई छोटे नगर थे
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1:44 - 1:47वे स्वयं छोटे साम्राज्य थे.
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1:47 - 1:50वे आपस में भाषा और
आध्यात्मिक विचारों से जुड़े थे. -
1:50 - 1:53पर उनपर केंद्रीय नियंत्रण नहीं था.
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1:53 - 1:57सबसे पहले शहर थे उरुक ,उर और एरिडु
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1:57 - 2:00और धीरे धीरे कई नगर उभर आये
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2:00 - 2:05हर नगर में एक राजा था
जो पुजारी और शासक दोनों था. -
2:05 - 2:09कभी कभी वे आपस में लड़कर नए क्षेत्र जीतते
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2:09 - 2:15हर शहर में एक संरक्षक देवता था
जो उस शहर का निर्माता माना जाता था -
2:15 - 2:20शहर की सबसे महत्वपूर्ण ईमारत
उस देवता का मंदिर थी -
2:20 - 2:24ज़िग्गराट एक ऐसा मंदिर था
जिसका निर्माण पिरामिड की तरह किया गया था -
2:24 - 2:303200 इसा पूर्व में सुमेर वासी
अपनी पहुंच बढ़ाने लगे -
2:30 - 2:34कुम्हार के चाक का इस्तेमाल
रथों और गाड़ियों में होने लगा -
2:34 - 2:38ईख और खजूर के पत्तों से नौकाएं बनने लगी
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2:38 - 2:43नावों की पाल उन्हें
दूर दिशाओं में लेने जाने लगीं -
2:43 - 2:47सीमित संसाधन से जूझने के लिए उन्होंने
व्यापर तंत्र का नियोजन किया -
2:47 - 2:51अनातोलिया ईजिप्ट और इथिओपिया के साथ
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2:51 - 2:58वे सोना चांदी लापीस लाजुली और
देवदार की लकड़ी आयात करने लगे -
2:58 - 3:00व्यापर एक प्रेरणा थी
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3:00 - 3:04दुनिया की पहली लेखन प्रणाली के लिए
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3:04 - 3:07इसकी शुरुआत व्यापारियों के
लेखे जोखे से हुई. -
3:07 - 3:10दूसरे शहरों के व्यापारियों से
व्यापर करते हुए -
3:10 - 3:14कुछ सदियों बाद यह चित्रलेख प्रणाली
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3:14 - 3:17जिसे कुनीफॉर्म कहा जाता था
एक लिपि में परिवर्तित हो गयी -
3:17 - 3:20उन्होंने सबसे पहले लिखित कानून तैयार किये
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3:20 - 3:25और पहली शिक्षण प्रणाली बनायी
जिसमे लिखाई की कला सिखाई जाती थी -
3:25 - 3:31उन्होंने कुछ कम रोमांचक आविष्कार किये
जैसे नौकरशाही और कर -
3:31 - 3:35शालाओं में मुंशी सुबह से शाम तक पढ़ते थे.
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3:35 - 3:38बचपन से वयस्क होने तक
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3:38 - 3:42वे लेखांकन और गणित सीखते
साहित्य की नकल के काम करते -
3:42 - 3:47भजन, मिथक, कहावत, जानवर कल्पित
और जादू मंत्र -
3:47 - 3:51और पहला महाकाव्य
मिटटी की पट्टियों पर लिखते -
3:51 - 3:54इनमे से कुछ पत्तियों पे
गिलगमेश की कहानी थी -
3:54 - 4:00उरुक का राजा जिसपर कई कल्पित रचे गए हैं
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4:00 - 4:063000 इसा पूर्व तक
सुमेर अकेला साम्राज्य नहीं था -
4:06 - 4:08न ही मेसोपोटामिया
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4:08 - 4:14उत्तर और पूर्व से कई बंजारे
इस भाग में आये -
4:14 - 4:18इन में से कई सुमेर वासियों की इज़्ज़त करते
और उनकी जीवनशैली अपनाते -
4:18 - 4:22और उनकी लिपि से अपनी भाषाएं लिखते
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4:22 - 4:292300 इसा पूर्व में अक्कादिअन सार्गोन ने
सुमेर के सारे नगर जीत लिए -
4:29 - 4:32पर सारगोन सुमेर संस्कृती की
इज़्ज़त करता था -
4:32 - 4:37और कई सदियों तक अक्कादी और
सुमेर संस्कृतियाँ साथ में पनपीं -
4:37 - 4:41बाकी हमलावर समूह लूटपाट और तबाही
पर ही ध्यान देते -
4:41 - 4:44हालांकि सुधार की संस्कृति का
प्रसार हो रहा था -
4:44 - 4:52कई आक्रमणों ने 1750 इसा पूर्व तक
सुमेर के लोगों का विनाश कर दिया -
4:52 - 4:56बादमे सुमेर
रेगिस्तान की मिटटी में मिल गया -
4:56 - 5:00और उन्नीसवीं शताब्दी तक
फिरसे नहीं खोजा गया -
5:00 - 5:04पर सुमेर संस्कृति हज़ारो सालो तक जीवित रही
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5:04 - 5:09पहले अक्कादियों फिर अस्सीरियों
और फिर बेबीलोनिया के ज़रिये -
5:09 - 5:13बेबीलोनिया ने सुमेरी आविष्कारों को
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5:13 - 5:17हिब्रू ग्रीक और रोमन संस्कृतियों
तक पहुंचाया -
5:17 - 5:19उनमे से कुछ आज तक जीवित हैं
- Title:
- इतिहास के पहले साम्राज्य का उदय और पतन - सोराया फील्ड फ़्लोरिओ
- Speaker:
- सोराया फील्ड फ़्लोरिओ
- Description:
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पूरा पाठ पढ़ें: https://ed.ted.com/lessons/the-rise-and-fall-of-history-s-first-empire-soraya-field-fiorio
इतिहास का पहला साम्राज्य गर्म, शुष्क परिदृश्य से बाहर निकला, बिना बारिश के फसलों को पोषण देने के लिए, बिना पेड़ों या पत्थरों के भवन के लिए। इस सब के बावजूद, इसके निवासियों ने दुनिया के पहले शहरों का निर्माण किया, जिनमें स्मारकीय वास्तुकला और बड़ी आबादी थी - और उन्होंने इसे पूरी तरह से मिटटी से बनाया । सोर्या फील्ड फियोरियो सुमेरियन साम्राज्य के उदय और पतन का विवरण देती हैं।
सोराया फील्ड फ़्लोरिओ द्वारा पाठ, टोमास पिकार्डो एस्पायात द्वारा निदेशन
- Video Language:
- English
- Team:
closed TED
- Project:
- TED-Ed
- Duration:
- 05:21
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Arvind Patil approved Hindi subtitles for The rise and fall of history's first empire | |
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Shubham Ganu edited Hindi subtitles for The rise and fall of history's first empire | |
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